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कुछ अनुभूत टोटके

सुख दाम्पत्य के लिए

  •  यदि कन्या ७ साबुत हल्दी की गांठें, पीतल का एक टुकड़ा, थोड़ा सा गुड़ लेकर   ससुराल की ओर फेंक दे तो वह कन्या ससुराल में सुखी रहती है |
  • कन्या का जब विवाह हो चुका हो और वह विदा हो रही हो तो एक लोटे में गंगा जल, थोड़ी सी हल्दी, एक पिला सिक्का डालकर कन्या के सीर के ऊपर से ७ बार वार कर उसके आगे फेंक दें | वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा |
  • साबुत काले उड़द में हरी मेहंदी मिलाकर जिस दिशा में वर-वधु का घर हो उस और फेकें, परस्पर प्यार बढ़ेगा |

रोग मुक्ति के लिए

  • सूर्य जब मेष राशि में प्रवेश करे तो नीम की कोपलें , गुङ व मसूर के साथ पीस कर खाने से वर्ष भर रोग नहीं होते हैं |
  • यदि कष्टकारी गुदा रोग हो अथवा खूनी बवासीर हो तो धतूरे की जड़ को कमर में बांधें अथवा माहेमरीयम नाम का रत्न धारण करें | यह रोग दूर हो जायेगा |
  • यदि पेट में कोई विकार हो तो सिरहाने तांबे के पात्र में जल भर कर उसमे पाँच मुखी रुद्राक्ष के पाँच दानें डालें | प्रातः उस जल को पी लें | यह नियम रोज करें | पेट के विकार दूर हो जायेंगे |


पैतृक सम्पत्ति पाने के लिये

  • सोमवार के दिन अच्छे मुहूर्त में यमघंटक , राहुकाल छोड़कर चितकबरी कौड़ी को पीस लें | इस पिसी हुई कौड़ी को जिससे सम्पत्ति लेनी हो उसके घर के मुख्य द्वार पर छिड़क दें | कम से कम ७ बार करें |
  • बृहस्पतिवार को पीपल के पाँच पत्ते लेकर पीले चन्दन से रंग कर शुक्ल पक्ष को बहते हुये जल मेंप्रवाह कर दें | गुरु पुष्य नक्षत्र हो तो बहुत अच्छा है और लगातार करने से पैतृक सम्पत्ति मिल जायेगी |
  • यदि पैतृक सम्पत्ति या भवन सुख नहीं मिल रहा हो तो अमावस्या को किसी भूखे को आदरपूर्वक भोजन करायें | गाय को गुड़ खिलाएं | यह शुक्रवार और रविवार को करना है | छः मास में परिणाम अच्छा मिलेगा|

गोमती चक्र के सामान्य उपाय

  • ८ गोमती चक्र लेकर बुधवार दो – दो गोमती चक्र अपने सिर पर से घुमाकर चारों दिशाओं में फेंक दें | इस क्रिया से तांत्रिक प्रभाव समाप्त होगा |
  • कोर्ट कचहरी में मुकदमा चल रहा हो तो कोर्ट जाने से पहले पाँच गोमती चक्र अपनी जेब में रखकर जाएँ | जाने से पहले दायां पैर घर के बाहर रखें , पूरी सफलता मिलेगी |
  • रोग ठीक न हो रहा हो तो गोमती चक्र चांदी की तार में पिरोकर पलंग  के सिरहाने बांध दें | रोग समाप्त होने लगेगा |

व्यापार में सफलता के लिये

  • थोड़ा स कच्चा सूत लें | उसे केसर से रंग लें | इस रंगे हुए सुत  को ११ बार  ‘श्री हनुमते नमः’का पाठ करके व्यापारिक स्थान पर बांध दें | व्यापार चलने लगेगा | नौकरी वाला व्यक्ति इसे अपनी दराज में रख लें, नौकरी में उन्नति होने लगेगी |
  • सोमवार को शिव – मंदिर में जाकर दूध – जल शिवलिंग पर चढायें तथा रुद्राक्ष की माला से  ‘ॐ सोमेश्वरय नमः’ का जाप १०८ बार करें ( अर्थात् एक माला ) | पूर्णमासी को जल में दूध मिलाकर चन्द्रमा को अर्घ्य दें तथा व्यवसाय में उन्नति की प्रार्थना करें | चमत्कारी लाभ मिलेगा |
  • बृहस्पतिवार को पीले रंग का कपड़ा लेकर मंदिर जाएँ , जहां तुलसी हो उसके आस – पास की घास तोड़कर पीले कपडे में बांधकर वापिस घर ले आयें और इसे घर में या व्यापार स्थल पर रखें बरकत शुरू हो जायेगी |
  • यदि किसी के साथ बार–बार दुर्घटना अधिक होती है तो वह शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को ४००० ग्राम दूध से चावल को धोकर तीव्र प्रवाह के जल में प्रवाह करें | यह सात मंगलवार करें | दुर्घटना नहीं होगी |

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