हमारे उत्तम स्वस्थ्य के लिए सुबह का नाश्ता करना बेहद जरूरी है | यह तो हम सब जानते ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं की आपके द्वारा किया जाने वाला नाश्ता ही आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है ? कैसे ? आइये ,जानते हैं | वह नाश्ता जो दिन भर हमारे शरीर को सबसे अधिक ऊर्जा प्रदान करता है ,उसे नजर अंदाज करना किसी भी रूप में उचित नहिं है |लेकिन यह जानना भी जरूरी है की नाश्ते में हम जो भी खा रहे हैँ ,वो हमें नुकसान न पहुंचाए|दरअसल हम जाने अनजाने कई ऐसे खाघ पदार्थों का सेवन करते हैं जो कि हमारे शरीर के महत्त्वपूर्ण अंग दांत के लिए नुकसानदेह हो सकता है | स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कई खाघ पदार्थ ऐसे हैं जो आपके दांतों को क्षति पहुंचा सकते हैं | जैसे बेहद कम चिकनाई वाली चॅकलेट तथा विटामिन से भरपूर फल | गिरीदार फल ,संतरा तथा दही आपके फल | गिरीदार फल ,संतरा तथा दही आपके दांतों के लिए बेहद हानिकारक है | डॉक्टर आम तौर पर आपको रोज एक सेब खाने की सलाह देते हैं लेकिन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक ये सेब आपकों दातों को नुकसान पहुंचाता है | जबकिसेहत के लिए नुकसानदेह चिप्स और चॉकलेट आपके दांतों के लिए फायदेमंद है | ब्रिटिश वैज्ञानिकों का मानना है | कि हम जो भी चीजें खाते हैं उनमें से ९९ फीसदी हमारे दातों के लिए नुकसानदायक होते हैं | सिर्फ पानी ,चीज और दूध ही दांतों के लिए फायदेमंद है | इसलिए इन नुकसानदेह चीजों का सेवन सावधनी से करना चाहिए ताकि दांतों को नुकसान से बचाया जा सके |
सेब - सेब के बारे में आमतौर परयही धारणा है कि शरीर और दांत के लिए फायदेमंद है ,पर डाॅक्टरों का कहना है कि इसमें उच्च मात्रा में फ़ूड शुगर मौजूद होने से यह दांतों के लिए बेहद नुकसानदायक है | शोधकर्ताओं के अनुसार कुछ सेबों में तो चार चम्मच तक शुगर मौजूदा होती है | उनका यह भी कहना है कि आजकल सेब में तो शुगर की मात्रा पंद्रह फीसदी बढ़ी हुई है | सेब में शुगर के साथ - साथ एसिड भी काफी मात्रा में होता है | इसकी वजह से दांतों का क्षरण जल्दी शुरू हो जाता है | इनेमेल में फ्रैक्चर होने का खतरा रहता है तथा दांतों की चमकदार परत भी क्षतिग्रस्त हो सकती है | बेहतर होगा सेब का सेवन अकेले न करके ,इसे अन्य ऐसे खाद्य पदार्थों केसाथ खाया जाए ,जो मीठे और खट्टे नहीं होते |
संतरा- निंबू प्रजाति के अन्य खट्टे फलों की तरह संतरे और चकोतरे में भी एसिड उच्च मात्रा में पाया जाता है | ऐसे फलों का लगातार सेवन करने से दांतों पर एसिड का हमला होता है | संतरों का लगातार सेवन करणे से इसमें मौजूद शुगर दांतों को सड़ा देते हैं | इसलिए संतरे का सेवन जल्पान की जगह भोजन के समय करना चाहिए |
ड्राई फ्रूट्स - ड्राई फ्रूट्स एनर्जी से भरपूर होते हैं , मगर इनमें भी शुगर की मात्रा ज्यादा होने से ये दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं | खाते समय ये ड्राई फ्रूट दांतों पर जमी प्लेक से चिपक जाते हैं , जिसके कारण इनमें मौजूग शुगर दांतों को सडाने का काम शुरू कर देती है | अगर आप नाश्ते में ड्राई फ्रूट्स खाना भी चाहते हैं तो अपने नाश्ते में चीज जैसे क्षारीय खाद्य पदार्थों को भी शामिल करें |
दही - दही और दही युक्त खाद्य पदार्थ भी नाश्ते के लिए ज्यादा जरूरी समझे जाते हैं,जबकि दही में एसिड ज्यादा होता है | एसिड की वजह से बच्चों के ही नहीं बड़ों के दांतों की भी चमकदार परत कमजोर पड़ने लगती है | इसलिए दही का सेवन नाश्ते के जगह भोजन के साथ करना उपयुक्त है | क्योंकि भोजन में मौजूद अन्य पदार्थों के कारण दही में मौजिद एसिड का असर दांतों पर कम हो जाता है | भोजन के समय लार में नमक की मात्र बढ़ जाती है, फल स्वरूप असिड बेअसर हो जाता है | भोजन के बाद दो से चार घंटे तक नमक शुगर और एसिड से दांतों की रक्षा करता है |
इन्हें शामिल करें नाश्ते में
ओट्स - ओट्स यानी दलिया,सबसे अच्छा स्नैक्स होता है | इसे खाने से पेट भर जाता है | आप इसे कई तरीके से खा सकते हैं जैसे- मिल्क वाला दलिया या सब्जियों वाला दलिया | इसे नियमित रूप से खाने से कोलेस्ट्राँल बढ़ने की समस्या नहीं होती है और दिल स्वस्थ रहता है | आप चाहें तो इसे नाश्ते में भी ले सकते हैं | हेल्दी हार्ट के लिए ओट्स जरूर खाएं |
बाउन ब्रेड सैंडविच – साधारण ब्रेड मैदे से निर्मित होती है, जो खाने के बाद सुपाच्य नहीं होती है | ऐसे में ब्राउन ब्रेड का इस्तेमाल करें | नाश्ते में ब्राउन ब्रेड का इस्तमाल करें | सैंडविच को बनाने में आप कई प्रकार के सब्जियों का इस्तमाल कर सकती है | इस प्रकार के खाद्य पदार्थ में विटामिन, मिनरल और पोषक तत्त्व भरपूर मात्रा में होते है |
सूप – सूप सबसे अच्छे स्नैक्स होते हैं जो पेट को अच्छी तरह से भर देते है और स्वास्थ्यवर्धक भी होते हैं | सूप कई प्रकार की सब्जियों और दालों से बनता है | पालक और टमाटर का सूप सबसे लाभदायक होता है | इस में भरपूर मात्रा में पोषक तत्त्व और एंटी आँक्सीडेंट तत्त्व होते है | सब्जियों वाला सूप ज्यादा लाभकारी होता है | आप ब्रेकफास्ट में सूप का सेवन कर सकते हैं |
स्प्राउट चाट – स्प्राउट में ढेर सारे पोषक तत्त्व होते हैं जो शारीर में कोलोस्ट्राँल को मेन्टेन रखते हैं और दिल को स्वस्थ बनाए रखते हैं |हर दिन सुबह नाश्ते में अंकुरित चना या फिर कोई भी अन्य स्प्राउट को प्याज, टमाटर, हरी मिर्च आदि के साथ मिलकर खाना चाहिए, आप चाहें तो इस में नींबू और ब्लैक पेपर भी मिला सकते हैं |
दिल के लिए जरुरी है नाश्ता - आपके नाश्ता के कारण आपके दांतों को नुकसान न पहुंचे,इस डर से आप नाश्ता करना ही न छोड़ दें | हमारे अच्छे स्वस्थ्य और खासकर दिल की तंदरुस्ती के लिए नाश्ता करना बेहद जरूरी है | हां , नाश्ते में से नुकसानदायक चिजोको हटाया जा सकता है पर पूरा नाश्ता नहीं छोड़ा जा सकता | हाई ब्लड प्रेशर , हाई कोलेस्ट्राल लेव
नाश्ता न करने से केवल दिल की ही बीमारियां नहीं होती बल्कि इससे मोटापा , ल और डायबिटीज आदि की
संभावना भी बढ़ जाती है | यदि समय रहते इस ओर ध्यान दें तो आप अपने दिल
को बीमार होने से बचा सकते हैं | नाश्ता हमारे बेहतर जीवन की शुरुआत के लिए सबसे जरूरी भोजन है | अपने नाश्ते में कई तरह के हैल्दी फूड को शामिल
करें , जिसमें प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट , विटामिन और मिनरल्स आदि भरपूर मात्रा में हों | ऐसा करने से आपमें भरपूर एनर्जी रहेगी | दिन की भेहतर शुरुआत के लिए सेरल बेहतर आँप्सन है | ओटमील भी दिन की परफेक्ट ब्रेकफास्ट लिस्ट में आता है |इसलिय नाश्ता छोड़ने से बेहतर है की आप खाध पदार्थोँ का सेवन समयानुसार व अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए करें | आपको अपने नाश्ते में शामिल खाध पदार्थों पर ध्यान देने के साथ –साथ अन्य जरूरी बातोँ पर ध्यान देने की आवश्यकता है ,जिससे आप अपने दांतों को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते
रोज दो बार ब्रश करें – दांतों को सड़के से बचने का सबसे आसान उपाय है रोज दो बार ब्रश करें |सुबह सोकर उठने के बाद और रात को सोने से पहले ,रोज सही तरीके से दांत साफ होता है |
रोज करें फ्लास- खाना खाते वक्त कई बारीक कण दांतों में फंस जाते जो ब्रश से भी साफ नहिं होते |ऐसे में ब्रश करने के दौरान फ्लास की आदत डालें |इससे अच्छी तरह साफ होते है |
खाने के बाद करें कुल्ला – नाश्ता-खान या फिर चाय –काफी ,इनके सेवन के बाद पानी के कुल्ला करने की आदत डाले | इससे मुह साफ रहेगा और दांत लंबे समय तक मजुबुत रहेगा |
प्रिजव्रेटीव्स या पैक्ड डाइट से बचे - प्रिजव्रेटीव ड्रिंक्स या फास्ट फूड का सेवन दांतों के लिय भी बहुत फायदेमंद नहिं है |इनमे मौजूद शुगर और प्रीजव्रेटिव्स दांतों को नुकसान पहुंचाते है |
सीलेंट की कोटिंग – दांतों पर कैविट से बचाव के लिय सिलेंट की कोटिंग करवा सकते है | इससे दातों को बैक्टीरियाई संक्रमण से बचने में मदद मिलती है | खासतौर पर बच्चों के लिए सीलेंट की कोटिंग सबसे सुरक्षित तरीका है |
इस्तेमाल करें माउथवाँश – बाजार में कई एंटीमाईक्रोबिल माउथवाँश उपलब्ध हैं, जिनके इस्तेमाल से दातों को सड़ने से बचाया जा सकता है | रोज ब्रश करने के बाद माउथवाश का इस्तमाल करें |
सुगर फ्री च्युइंगम- सुगर फ्री च्युइंगम चबाने के दौरान मुंह में लार बनती है, जिससे दांतों को संक्रमण से बचने में मदद मिलती है | आप चाहें तो बिना च्युइंगम खाए भी की एक्सरसाइज करें | इससे मुंह में लार बनेगी और दांत संक्रमण मुक्त होंगें |
बेकिंग सोडा से बचें – खाने में बेकिंग सोडा के ज्यादा सेवन या इस्तेमाल से बचाव करें | पहले इसके इस्तेमाल से आपको दांत सफ़ेद और चमकदार लग सकते हैं लेकिन बाद में दांतों में पीलापन आ जाता है |
गाढ़े रंगों के खाद्य पदार्थ न लें – ज्यादा गाढ़े रंग वाले फलों या खाद्य सामग्रियों के सेवन से बचें | सोया सॉस, मरिनारा सॉस आदि दांतों पर दाग छोड़ देते है |
एनर्जी ड्रिंक के ज्यादा सेवन से बचें – बहुत ज्यादा मात्र में एनर्जी ड्रिंक न पिएं | इसमें मिला हुआ एसिड दांतों को नुकसान पहुंचाता है और दांतों की सफेदी चली जाती है |
दांत साफ रखने के टिप्स
· समय-समय पर अपने ब्रश को बदलते रहें | हर तीन महीने में ब्रश को बदलना सही रहता है | ब्रश अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए ताकि दांतों और मसूड़ों को नुकसान न पहुंचे |
· जीभ साफ रखें | जब भी ब्रश करें, अपनी जीभ को साफ करना कतई न भूलें | इससे सांसों में बदबू नहीं आएगी और मुंह फ्रेश रहेगा |
· फल को काटकर खाने से बेहतर है कि उसे साबुत ही खाएं | इससे दांतों में मजबूती आएगी, दांत साफ रहेंगे और स्ट्रोंग बनेंगे |
इन बातों पर भी दें ध्यान
· अपने नाश्ते पर एक नजर डालिए और फिर उसके गुणों के आधार पर आकलन कीजिए कि आखिर आप किस तरह का भोजन ले रहें हैं | क्या आपके नाश्ते में फल, सब्जी अनाज व दुसरे पौष्टिक पदार्थों का समावेश है ? ये आपको कितनी कैलोरी प्रदान कर रहे हैं, इसे भी चेक करें |
· आमतौर पर ४० वर्ष की आयु के बाद चिकित्सक घी, मक्खन व दूसरे वसायुक्त खाद्य पदार्थों की मात्रा बहुत कम कर देने या बिल्कुल बंद कर देने का परामर्श देते हैं | लेकिन अगर आपको घी, मक्खन आदि का सेवन करना ही है तो खूब शारीरिक श्रम करें | घी, मक्खन के सेवन से हानि की आशंका तब अधिक बढ़ती है जब कोई व्यक्ति शारीरिक श्रम बिल्कुल नहीं करता |
· हृदय रोगों से सुरक्षा के लिए पौष्टिक खाद्य पदार्थों का नाश्ते में समावेश सुनिश्चित करना चाहिए | क्योंकि नाश्ता दिनभर की भोजन सामग्री की मात्रा ही नहीं दिशा भी तय करता है |
· आपके भोजन में शारीरिक शक्ति व रोग निरोधक क्षमता के लिए सभी पौष्टिक तत्त्व संतुलित मात्रा में होने चाहिये | अपनी रूचि व स्वाद के लिए इसमें थोड़ा-बहुत परिवर्तन किया जा सकता है, लेकिन इतना अधिक नहीं कि किसी एक खाद्य पदार्थ की मात्रा इतनी कम न कर दी जाए कि उसकी अल्प मात्रा के कारण शरीर को नुकसान पहुंचे |